भारत में पोर्नोग्राफी के सम्बन्ध में कानून
पोर्नोग्राफी {PORNGRAPHY}
इसका मतलब है इन्टरनेट पर अश्लील और आपत्तिजनक तस्वीर या कोई अश्लील फिल्मभारत में इसे देखना और बनाना दोनों ही क्राइम है
आज के समय में इतना प्रचलित हो गया है की साइबर क्राइम का ये मुख्य क्राइम बन गया है आज कल प्रेमिका का mmsबनाने वाली विडियो वाली न्यूज़ प्रतिदिन अखबारों में आ जाती है pornography आज के समय में एक उभरता हुआ क्राइम है आज के इस सोशल युग में ये आम बनता जा रहा है whatsapp पर भी इस तरह की विडियो का बहुत आदान प्रदान हो रहा है लोग खुद भी देखते है और लोगो को भी बाटते है आज के समय में इस तरह की विडियो सबसे ज्यादा विरक होती है
भारत में 49% लोग चोरी से पोर्न देखते है और 37% ऐसे लोग है जो दोनों यानि चोरी से भी और खुला भी देखते है १७% लोग इस तरह की विडियो खुले में देखते है
भारत में 70% ट्रेफिक इन्ही पोर्न साईट से आता है डेल्ही में इसका गढ़ माना जा सकता है क्यों की 40% यही से आता है भारत में सबसे ज्यादा पोर्न मोबिल से देखि जाती है भारत के ५०% ip एड्रेस पोपुलर पोर्न वेबसाइट सर्च करते है
भारत में सबसे पहला केस डेल्ही पब्लिक स्कूल में मिला था जिसमे एक स्टूडेंट ने अपने ही साथ पढने वाली लड़की का लगभग २ मिनट की विडियो बनाकर एक अश्लील साईट पर डाल दी थी
अभी कुछ महीने पहले राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर एलसीडी में इस तरह की सेक्स विडियो दिखने लगी थी
इसके अलवा एक केस में एक लड़के को क्लास में सब तंग करते थे उसने दुखी होक सबके फोटो लेके उनके पिक्चर को क्जंगे करके अश्लीलता या नग्न करके दिखा दिया
इसके अलावा आप नेट पर भी बहुत फेमस पेर्सोंलिटी की भी विडियो मिल जायगी जो पूर्ण रूप से फेक होती है ये सिर्फ चेहरा बदल देने से हो जाता है '
आज कल इन वेबसाइट की संख्या बढती ही जा रही है आज कल आपको अधिकतर साईट पर इस तरह की पोर्न ad देख्नने को मिल जाता है
watchdog के अनुसार इन्टरनेट विगत वर्षो में अय्याशी का अड्डा बन गया है सबसे ज्यादा पोर्न साईट अमेरिका में चल रही है इसका आकड़ा ३/5 है . इसका व्यपार दिन बे दिन बढ़ रहा है आज कल हर तरह की गन्दी विडियो इन्टरनेट पर उपलब्ध होती है जिसमे आप्रक्र्तिक संबंन्ध को दिखाया जाता है बड़े बड़े सिटी में ये धन्धा आज कल खूब फल फुल रहा है पुलिस ने अनेको छापेमारी में देह व्यपार चालने वाले गिरोह को भी पकड़ा है जिसमे पता चला है की इन्टरनेट और चाटिंग के माध्यम से ग्राहक लाये जाते है कॉल गर्ल्स रॉकेट पकडे जाते है ?
भारत में इस सम्बन्ध में नियम और कानून
इंडियन पेनल कोड SEC 292
2[(1) उपधारा (2) के प्रयोजनार्थ किसी पुस्तक, पुस्तिका, कागज, लेख, रेखाचित्र, रंगचित्र रूपण, आकॄति या अन्य वस्तु को अश्लील समझा जाएगा यदि वह कामोद्दीपक है या कामुक व्यक्तियों के लिए रुचिकर है या उसका या (जहां उसमें दो या अधिक सुभिन्न मदें समाविष्ट हैं वहां) उसकी किसी मद का प्रभाव, समग्र रूप से विचार करने पर, ऐसा है जो उन व्यक्तियों को दुराचारी या भ्रष्ट बनाए जिनके द्वारा उसमें अन्तर्विष्ट या सन्निविष्ट विषय का पढ़ा जाना, देखा जाना या सुना जाना सभी सुसंगत परिस्थितियों को ध्यान में रखते हए सम्भाव्य है ।]3[(2)] जो कोई--
(क) किसी अश्लील पुस्तक,पुस्तिका, कागज, रेखाचित्र, रंगचित्र, रूपण या आकॄति या किसी भी अन्य अश्लील वस्तु को, चाहे वह कुछ भी हो, बेचेगा, भाड़े पर देगा, वितरित करेगा, लोक प्रदर्शित करेगा, या उसको किसी भी प्रकार प्रचालित करेगा, या उसे विक्रय, भाड़े, वितरण लोक प्रदर्शन या परिचालन के प्रयोजनों के लिए रचेगा, उत्पादित करेगा, या अपने कब्जे में रखेगा, अथवा
(ख) किसी अश्लील वस्तु का आयात या निर्यात या प्रवहण पूर्वोक्त प्रयोजनों में से किसी प्रयोजन के लिए करेगा या यह जानते हुए, या यह विश्वास करने का कारण रखते हुए करेगा कि ऐसी वस्तु बेची, भाड़े पर दी, वितरित या लोक प्रदर्शित या, किसी प्रकार से परिचालित की जाएगी, अथवा
(ग) किसी ऐसे कारबार में भाग लेगा या उससे लाभ प्राप्त करेगा, जिस कारबार में वह यह जानता है या यह विश्वास करने का कारण रखता है कि कोई ऐसी अश्लील वस्तुएं पूर्वोक्त प्रयाजनों में से किसी प्रयोजन के लिए रची जातीं, उत्पादित की जातीं, क्रय की जातीं, रखी जातीं, आयात की जातीं, निर्यात की जातीं, प्रवहण की जातीं, लोक प्रदर्शित की जातीं या किसी भी प्राकर से परिचालित की जाती हैं, अथवा
(घ) यह विज्ञापित करेगा या किन्हीं साधनों द्वारा वे चाहे कुछ भी हों यह ज्ञात कराएगा कि कोई व्यक्ति किसी ऐसे कार्य में, जो इस धारा के अधीन अपराध है, लगा हुआ है, या लगने के लिए तैयार है, या यह कि कोई ऐसी अश्लील वस्तु किसी व्यक्ति से या किसी व्यक्ति के द्वारा प्राप्त की जा सकती है, अथवा
(ङ) किसी ऐसे कार्य को, जो इस धारा के अधीन अपराध है, करने की प्रस्थापना करेगा या करने का प्रयत्न करेगा,
1[प्रथम दोषसिद्धि पर दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि दो वर्ष तक की हो सकेगी और जुर्माने से, जो दो हजार रुपए तक को हो सकेगा, तथा द्वितीय या पश्चात्वर्ती दोषसिद्धि की दशा में दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि पांच वर्ष तक की हो सकेगी और जुर्माने से भी, जो पांच हजार रुपए तक का हो सकेगा] दण्डित किया जाएगा ।
2[अपवाद--इस धारा का विस्तार निम्नलिखित पर न होगाः--
(क) कोई ऐसी पुस्तक, पुस्तिका, कागज, लेख, रेखाचित्र, रंगचित्र, रूपण या आकॄति--
(त्) जिसका प्रकाशन लोकहित में होने के कारण इस आधार पर न्यायोचित साबित हो गया है कि ऐसी पुस्तक, पुस्तिका, कागज, लेख, रेखाचित्र, रंगचित्र, रूपण या आकॄति विज्ञान, साहित्य, कला या विद्या या सर्वजन सम्बन्धी अन्य उद्देश्यों के हित में है, अथवा
(त्त्) जो सद्भावपूर्वक धार्मिक प्रयाजनों के लिए रखी या उपयोग में लाई जाती है;
1 1925 के अधिनियम सं0 8 की धारा 2 द्वारा मूल धारा के स्थान पर प्रतिस्थापित ।
2 1969 के अधिनियम सं0 36 की धारा 2 द्वारा अंतःस्थापित ।
3 1969 के अधिनियम सं0 36 की धारा 2 द्वारा धारा 292 को उस धारा की उपधारा (2) के रूप में पुनःसंख्यांकित किया गया था।
1 1969 के अधिनियम सं0 36 की धारा 2 द्वारा कतिपय शब्दों के स्थान पर प्रतिस्थापित ।
2 1969 के अधिनियम सं0 36 की धारा 2 द्वारा अपवाद के स्थान पर प्रतिस्थापित । भारतीय दंड संहिता, 1860 55
(ख) कोई ऐसा रूपण जो--
(त्) प्राचीन संस्मारक तथा पुरातत्वीय स्थल और अवशेष अधिनियम, 1958 (1958 का 24) के अर्थ में प्राचीन संस्मारक पर या उसमें, अथवा
(त्त्) किसी मंदिर पर या उसमें या मूर्तियों के प्रवहण के उपयोग में लाए जाने वाले या किसी धार्मिक प्रयोजन के लिए रखे या उपयोग में लाए जाने वाले किसी रथ पर
तक्षित, उत्कीर्ण, रंगचित्रित या अन्यथा रूपित हों ।
Information Technology Act, 2000 (IT Act) Chapter XI Paragraph 67
भारत में इसे एक बड़ा क्राइम माना गया है
67. सूचना का प्रकाशन जो इलेक्ट्रॉनिक रूप में अश्लील है -
जो भी प्रकाशित या संचारित करता है या इलेक्ट्रॉनिक रूप में प्रकाशित होने का कारण बनता है, किसी भी सामग्री को कामुक या अपर्याप्त ब्याज के लिए अपील करता है या यदि इसका प्रभाव उन सभी व्यक्तियों को अस्वीकार करते हैं और भ्रष्ट होते हैं, जो सभी प्रासंगिक परिस्थितियों के संबंध में हैं, पढ़ने या पढ़ने के लिए, उस मामले में निहित या लिखा हुआ सुनना, पहले सजा पर दंडित किया जाएगा या तो पांच साल तक की अवधि के लिए कारावास के साथ दंडित किया जा सकता है और जुर्माने के मामले में एक लाख रुपए तक हो सकता है दूसरे या उसके बाद के फैसले को किसी भी अवधि के लिए कारावास के साथ दस साल तक बढ़ाया जा सकता है और जुर्माना भी दो लाख रुपए तक हो सकता है।
इंटरनेशनल डिक्शनरी (अनब्रिज्ड), शब्द 'कामुक' को समझाया जाता है जैसे लैंगिकता को झुकाया जाता है या यौन इच्छा पैदा करने की प्रवृत्ति होती है। 7. इस प्रकार यह देखा जा सकता है कि सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 के तहत, जिसे प्रकृति में अश्लील रूप से अश्लील सामग्री के प्रकाशन या प्रसारण के रूप में दंडित किया जाता है, ताकि प्रकृति में अश्लील हो या जो भ्रष्ट और भ्रष्ट व्यक्ति हो उसी तक पहुंच है 8. कहा ई-मेल में कुछ भी नहीं अश्लील या ऐसी सामग्री के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है, जिसे कामुक के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है या ऐसे व्यक्ति को ऐसे मेलों तक पहुंचने वाले भ्रष्ट या भ्रष्ट व्यक्ति के दिमाग को हटाया जा सकता है। धारा 67 के तहत पूर्व दोषपूर्ण अपराध इसलिए, बाहर नहीं किया गया है।
Gujrat High Court.
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